कार्यशालाएँ एवं प्रशिक्षण
प्रत्येक कक्षा में अलग-अलग सीखने की शैली और ज़रूरत वाले बच्चे होते हैं। सभी के लिए एक जैसी शिक्षण विधियाँ सफल नहीं होती हैं, खासकर तब जब कोई बच्चों को जीवनभर सीखाने का इरादा रखता हो। 21वीं सदी के शिक्षक के लिए 21वीं सदी का शिक्षार्थी होना, पुनः आविष्कार करना, असफल होना, प्रयोग करना और अन्वेषण करना नितांत आवश्यक है। हमारी शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशालाएँ ऐसे मार्गदर्शक उपकरण हैं जो शिक्षकों को सशक्त बनाएंगी और उन्हें अपने काम से प्यार करने में मदद करेंगी।